नाम एक पहचान है एक चलते-फिरते इंसान की एक शब्द
गूंजता है और किसी के दिल और दिमाग में अपने वजूद की झलक
गूंज उठती है। यही है नाम का असर जो
सबके लिए एक समान होती है। नाम से अगर आप जुड़ गए हैं तो आप तो वैसे ही बन जाएंगे, उस शब्द के गुण के अनुसार
यह Scientific है । जैसे
-अगर किसी को मजाकिया सब
मिलकर एक लाख बार कहे तो वह धीरे-धीरे मजाकिया के जैसे व्यवहार करने लगेगा, किसी को बुद्धू-बुद्धू कहने से वह दिन हीन भावना
के शिकार हो जाएगा या किसी को बेवकूफ कहते –कहते
वह बेवकूफ सा करने लगेगा । यह
सामान्य सी बात है कि शब्द
का मस्तिष्क पर एक असर
पड़ता है लेकिन नाम इतना Common हो जाता है की इस को सुनते सुनते हम ध्यान
देना छोड़ देते हैं और उसका प्रभाव खत्म हो जाता है । और ठीक भी है ताकि हम काम पर ध्यान
दें क्योंकि नाम से कुछ बदले या ना बदले काम से जरुर बदलेगा ।जो अपने काम को Importance
देगा वह जरूर आगे बढ़ेगा ।
अब्दुल कलाम के शब्दों में "जो अपने काम को इज्जत
देता है उसे हर कोई इज्जत देता है ।"
अगर आपका नाम आपको ग्लानि देता हो तो आप अपना नाम जरुर बदलवा लेना।
NAME CHANGE करवाने का PROCESS -
1. एक नाम चुने
2. एक affidifit बनवाए,नाम change
करवाने का ।
3. दो Newspaper में छपवा दे ।
फिर अगले
दिन से आप उस नाम से जाने जाएंगे जो नाम affidavit मे
आप करवाए है
। इसमें maximum खर्च –Rs 600 to Rs 1000 के बीच लगता है। तो अगर आप
अपने नाम को लेकर खराब महसूस करते हैं तो बदल लें। लेकिन
उसके बाद आप अगर अपने कर्म में सुधार नहीं करेगे तो आपकी जिंदगी नहीं बदलेगी। वह वैसी ही पुरानी
रहेगी इसलिए William Shakespeare कहते हैं नाम में क्या रखा है। गुलाब का नाम बदलकर अगर कुछ
और ही रख दिया जाए तो वह वैसी
ही सुगंध देगा जैसा हमेशा से देता है।
महान बनने के लिए कर्म बदलने की जरूरत है क्योंकि आज तक कोई भी नाम बदलकर महान नहीं बना है बल्कि कर्म बदल कर बना है जैसे की वकील से कर्म बदलकर महात्मा गांधी father
of nation बन गए, मैकडोनाल्ड के मालिक salesman
थे मगर काम बदलकर
मैकडोनाल्ड के मालिक बन गए इसी तरह आप भी काम बदल कर अपनी जिंदगी बदलिए अपनी सफलता बदलिए और अपने नाम को एक मौका दीजिए अपने कर्म से नाम पाने का ।
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