हमारे पास जिंदगी में सब कुछ हो और फिर
भी जीवन बोरिंग हो तो सब कुछ हो कर के भी हमारे पास कुछ नहीं होता है क्योंकि जब
कुछ नहीं था तो एक उम्मीद थी कि सब कुछ होने के बाद जिंदगी मजेदार होगी। जिंदगी
खूबसूरत होगी जिंदगी एक उत्सव होगी मगर अब वह भी उम्मीद टूट गई क्योंकि अब तो सब
कुछ है मगर खुशी की
जगह बोरियत भरी जिंदगी है अगर यही बोरियत भरी जिंदगी हमें चाहिए थी तो जिंदगी को
बदलने के लिए इतने सारे काम करने की, आदतों को बदलने की,अनेकों मुसीबत भरे कामों को करने की क्या जरूरत थी ? अगर अंत में यही बोरिंग जिंदगी हमें
मिलनी थी तो बदलाव की क्या जरूरत है ? लेकिन हम एक बात फिर भूल गए वह है बदलाव। जब तक हमारी जिंदगी
में एक बदलाव था तब तक यह बोरियत हमारी जिंदगी में नहीं आई थी लेकिन जब से हमने
जिंदगी को एक ही रुप में जीना शुरू कर दिया है तब से यह जिंदगी जो कभी खूबसूरत हुआ
करती थी वह बोरिंग जिंदगी में तब्दील हो गई है तो हम अपनी दिनचर्या में कुछ बातें
हैं जिन्हें अपना करके अपनी जिंदगी को फिर से खूबसूरत बना सकते हैं। मजेदार बना सकते हैं कुछ आदतें हैं जिनको अपनाकर के फिर से इस
जिंदगी से बोरियत को दूर कर के एक सुकून भरी मगर तरोताजा जिंदगी पा सकते हैं।
1.सुबह टहलने की आदत बनाए, योगा और Exercise करे-
सुबह-सुबह उठने से और ताजी हवा में
घूमने से हमारा शरीर पूरी तरह तरोताजा हो जाता है और ताजी हवा शरीर में एक औषधी का
कार्य करती है जो हमारे मस्तिष्क को ऊर्जावान बनाती है अगर हम साथ में योगा और Exercise
करते हैं तो और भी बहुत सारे फायदे होते
हैं और साथ ही हमारा शरीर स्वस्थ रहता है और इस धरती पर स्वास्थ्य सबसे बड़ा धन है
और इसकी खुशी जिसे रहती है कि उसका शरीर और मस्तिष्क स्वस्थ है। वह सचमुच अस्वस्थ दुनिया में एक खुशनसीब इंसान है। इस सोच
के कारण हमारे मस्तिष्क से हमारी जिंदगी के लिए बोरियत चली जाती है क्योंकि हम यह
सोचने लगते हैं कि हम बाकियों से बेहतर है और यह हमे खुशी देती है और खुशी ही बोरियत का
स्थान लेने का सचमुच हकदार रखती
है।
2.जब भी काम करें तो काम के बीच में ब्रेक जरूर लें।
जब भी काम करें तो 2 से 3 घंटे
के बाद 10 से 15 मिनट का ब्रेक जरूर लें क्योंकि लगातार जब हमारा मस्तिष्क
कार्य करता रहता है तो वह थक जाता है तो
बोरियत महसूस करने लगता है और हमारी
कार्य क्षमता घट जाती है लेकिन अगर हम ब्रेक ले और उस ब्रेक के बीच में अपने आप को
free
महसूस करें, टहल ले, किसी से बात कर ले, हल्का-फुल्का हंस ले तो फिर से दिमाग तरोताजा हो जाता है और
अगले दो-तीन घंटों के लिए काम करने के लिए मस्तिष्क Ready हो जाता है।
3.हर दिन अपने सबसे चहेते लोगों में से किसी एक से जरूर बात करें ।
अपने दिल के सबसे करीब, सबसे खास लोग जिनसे हम भावनाओं से जुड़े
होते हो उनमें से किसी एक व्यक्ति से हर दिन बात करें यह कुछ देर की बातें आपके
जिंदगी को, आपके दिल को एक मुकाम देगी क्योंकि
भावनाएं सबसे महत्वपूर्ण होती है और जब आप अपने पसंदीदा व्यक्ति से बात करते हैं
तो आप में एक अलग ऊर्जा काम करती है जो आपको बहुत ही ज्यादा खुशी देती है क्योंकि
आप जिसे चाहते हैं। उससे आप बात कर सके यह एक अलग ही खुशी आपके जीवन में पैदा करती
है तो हर रोज एक खास ,जो आपके दिल के करीब हो उनसे जरुर बात
करें।
4. रात को जल्दी सोने की आदत डालें और सुबह जल्दी उठने की आदत डालें ।
हमारा
मस्तिष्क इस प्रकृति से जुड़ा हुआ है और यह प्रकृति सूरज के साथ जगती है और सूरज के
जाने के बाद सो जाती है और प्रकृति का हर जीव पूरी तरह स्वस्थ और तरोताजा रहता है
तो हमें भी प्रकृति के नियमों का पालन करना चाहिए क्योंकि हम भी इसी प्रकृति के
अंग हैं अगर हम इससे अलग करते हैं तो हमारे लाइफ में बोरियत आना लाजमी है इसलिए
रात में जल्दी सोने की आदत डालें और सुबह जल्दी उठने की आदत डालें।
5. हर महीने कुछ दान दें या कुछ जरूरतमंद लोगों की मदद करें ।
कुछ
देने की भावना हमें बहुत बड़ी खुशी देती है चाहे वह किसी भीखारी को ₹1 का
सिक्का दें या किसी जरूरतमंद को सड़क पार करा दे । कुछ भी छोटा से छोटा मदद हमें
बहुत खुशी देती है और अगर हम किसी के काम आए तो यह बहुत बड़ी खुशी देती है और हमें
एहसास दिलाती है कि हम किसी के लिए कुछ कर सकते हैं यह जिंदगी में सबसे बड़ी
खुशियों में से एक है, किसी की मदद करना और यह बोरियत दूर
करने का लाजवाब तरीका है।
6. अपनी दिनचर्या को बदले ।
एक
ही दिनचर्या को जीते-जीते हम बोरियत महसूस करने लगते हैं तो हमें दिनचर्या बदलनी
चाहिए और जीवन को एक नयापन देना चाहिए ताकि हमारे जीवन में एक ही कामों को करते -करते उनको करने का मन ही ना करें। एक ही
तरीके से जीते -जीते जीने का ही मन ना करें इसलिए अपने दिनचर्या बदले और अपनी
जिंदगी में नयापन लाएं
7. वीकेंड में दोस्तों के साथ कहीं बाहर घूमने जाएं या अपने परिवार के सदस्यों के साथ विकेंड को Enjoy करें।
सप्ताह का अंत हमारे काम का अंत लेकर
आता है लेकिन हम विकेंड को अगर लड़ाई झगड़े और टीवी देख कर के खो देते हैं तो यह
बहुत बुरी बात है। हमें हर वीकेंड को
मजेदार बनाना चाहिए ताकि काम खत्म होने के बाद हम वीकेंड का इंतजार करें ना कि बोरियत का ।
8. अपने कर्तव्य और जिम्मेदारियों को सदा याद रखें।
अधिकतर
लोग अपने जिम्मेदारियां और कर्तव्य को भूल जाते हैं और जिंदगी को दुख से भरा समझने
लगते हैं अगर हम अपने जिम्मेदारियां और कर्तव्य याद रखें तो हम जागरूक रहेंगे और
जिंदगी में हमारे पास सदा लक्ष्य रहेगा ।
9. अपने जीवन के लक्ष्य को पाने के लिए कुल्हाड़ी तेज करते रहें ।
जीवन के लक्ष्य पर जिनका ध्यान होता है
वह कभी भी बोरियत महसूस नहीं कर सकते क्योंकि लक्ष्य को पूरा करना ही उनकी एक आकांक्षा
होती है इसलिए लक्ष्य को अपने लिए तय करें ताकि लक्ष्य को पूरा करना ही सब कुछ बन
जाए और जिंदगी का एक मकसद हो जो इस मकसद को पूरा करने में ही आप व्यस्त रहें, मस्त रहें। इसलिए उस लकड़हारे की तरह कार्य करना चाहिए जो लकड़ियां काटने से पहले अपनी कुल्हाड़ी तेज कर लेता था ताकि ज्यादा से ज्यादा लकड़ियां काट सके।
10.आपका काम ऐसा काम है जिसे कोई और नहीं कर सकता है। यह याद रखें आपको ईश्वर ने इस काम को पूरा करने के लिए भेजा है।
इस धरती पर ईश्वर ने सभी को कोई ना कोई
महत्वपूर्ण कार्य करने के लिए भेजा है क्योंकि हर व्यक्ति अलग है इसलिए वह जो कर
रहा है उसको पूरा करना उसका सब कुछ होना चाहिए क्योंकि उसके सिवा इस काम को करने
वाला कोई और नहीं है अगर वह अपना काम नहीं करता है तो धरती पर से एक महत्वपूर्ण
काम रुक जाएगा और ईश्वर का काम रुकना नहीं चाहिए ।
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