21 दिसंबर
को क्यों होता है सबसे छोटा दिन ?
पृथ्वी अपने अक्ष पर साढे 23 डिग्री
झुकी हुई है जिसके कारण सूर्य की दूरी पृथ्वी के उत्तरी गोलार्ध से अधिक हो जाती
है और सूर्य की किरणों का प्रसार पृथ्वी पर कम समय तक ही हो पाता है ।
21 दिसंबर
के दिन सूर्य मकर रेखा के लंबवत होता है और कर्क रेखा को तिरछा स्पर्श करता है
जिसके कारण इस दिन सूर्य जल्दी अस्त हो जाता है और चंद्रमा जल्द से जल्द अपना
प्रकाश फैलाने लगता है ।
21 दिसंबर के दिन से क्या
प्रभाव पड़ने लगता है ।
तो सबसे महत्वपूर्ण बात इस
दिन के बाद मतलब 21 दिसंबर
के अगले दिन से ही दिन बड़े होने प्रारंभ हो जाते हैं और रातें छोटी होने लगती हैं
। 21 दिसंबर
के दिन से ही ठंड का प्रभाव अधिक होने लगता है जिसके कारण रात के समय ओस की
छोटी-छोटी बूंदें फसलों पर ज्यादा
गिरती है जिसके कारण फसलों में नमी बनी रहती है और गेहूं और चने की फसल को इससे
मजबूती मिलती है और इनकी पैदावार बढ़ जाती है ।
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