Friday, 5 May 2017

Boring life in Hindi / एक आदत अपनाए और Boring life को कहे bye bye .

बोरिंग जिंदगी को अगर ध्यान से देखें तो आपको समझ में आएगा वह जिंदगी आपके पास अब नहीं रहना चाहती ।वह आप से दूर जाना चाहती है इसलिए वह बोल रही है bye bye आप यह समझते नहीं है और उस जिंदगी से चिपके हुए रहते हैं जबकि आपको उसे अब bye - bye  बोल देना चाहिए।  तो हम कैसे यह समझे कि अब जिंदगी को बदलने का समय आ गया है और नए तरफ से इसे जीना हमें शुरू करना चाहिए तो इसका सबसे अच्छा उदाहरण प्रकृति देती है । जब वह मौसम बदल कर ऐलान करती है अब नहीं। अब अति हो गई । मौसम तो चलता रहेगा लेकिन अब तुम्हारी जरूरत बाद में पड़ेगी और ठंड से बसंत, बसंत से गर्मी, गर्मी से बरसात और बरसात से फिर ठंड। प्रकृति मौसम बदल कर अपने बोरियत को कम करती है और हमेशा सदाबहार रहती है तो हमें प्रकृति से यह सीखना चाहिए अब जिंदगी में बदलाव की जरूरत है क्योंकि बदलाव ही वह नयापन देती है जिसकी हमारे मन को जरुरत होती है जब हम एक ही जिंदगी जीते-जीते उसके हर एक चीज को समझते-समझते बोर हो जाते हैं। तो वह नयापन ही है जो हमें बोर होने से बचाता है क्योंकि जो हम जिंदगी जी रहे हैं आखिर लगातार हम उसे कितना दिन जी सकते हैं क्योंकि दिमाग एक ही काम करते करते थक जाता है वह सोचता है अब बहुत हो गया अब इसमें कोई मजा नहीं बचा। अब इसमें कुछ भी नयापन नहीं है। अब इससे दूर हो जाऊं तो कितना अच्छा होता अब नहीं, अब नहीं। तो हमें अपनी जिंदगी की दिनचर्या को बदल लेना चाहिए और तब हम एक नई दिनचर्या को जीना शुरू करेंगे और जिंदगी एक बार फिर से नई हो जाएगी जिंदगी एक बार फिर से बदल कर हमारे सामने आएगी। जिंदगी एक बार फिर से कहेगी कितना नयापन है तुझ में।  जिंदगी एक बार फिर से कहेगी वाह-वाह क्या जिंदगी है मेरी ।तो आप जब भी अपनी जिंदगी में बोरियत महसूस करें तो प्रकृति को याद करें
कि अब बारी आ गई है मौसम को बदलने की अब धीरे-धीरे ऐसे दिनचर्या को जीने की जरूरत आ गई है जो पुरानी दिनचर्या से एकदम नई हो और 21 दिनों में बदल कर अपनी जिंदगी को फिर से नया कर लेना चाहिए । यहां पर 21 दिन ही क्यों। 21 दिन वह दिनों की संख्या है जिससे अपनी आदत को बनाया जाता है। 21 दिन में लगातार कोई दिनचर्या/कोई आदत अपनाने से वह फिर से हमारे जीवन में स्थापित हो जाती है और पूरानी दिनचर्या / आदत को हटाकर नई दिनचर्या / आदत को स्थापित कर देती है इसलिए कभी भी एक तरह का जीवन ना जिए क्योंकि यह एक तरह का जीवन ही सारी बोरियत का जड़ है जब यह बात आप समझ जाते हैं तो अपने लिए बहुत सारी दिनचर्या बनाते हैं ।

जैसे- एक दिनचर्या बनाते हैं Body Clock के अनुसार जैसे-जैसे हमारा Body Clock काम करता है उसके अनुसार हम अपनी दिनचर्या तय करते हैं ।

दूसरी दिनचर्या हम बनाते हैं योग नियमों के आधार पर जैसे योग के नियम कहते हैं वैसा हम अपनी दिनचर्या बनाते हैं।

तीसरी हम बनाते हैं Late Night जगने के आधार पर जो आजकल बहुत ही Famous दिनचर्या है।  

चौथा हम बनाते हैं मौसम के अनुसार जैसा मौसम होता है उसके अनुसार अपने आप को ढाल लेते हैं।  

पांचवा हम दिनचर्या बनाते हैं सूर्य के आधार पर जो सूर्य के अनुसार चलती है।

इस तरह छठा हम दिनचर्या बनाते हैं जिसमें उदारता, सेवा भाव, मदद जैसे समाजसेवा के कार्य जुड़े हुए होते हैं ।


हर दिनचर्या में हमारा महत्वपूर्ण काम जो होता है वही महत्वपूर्ण काम जुड़ा हुआ होता है तो हमारा महत्वपूर्ण काम भी होता रहता है और हमारी दिनचर्या भी बदलती रहती है जिससे कभी भी हम बोरियत महसूस नहीं करते हैं और हमारी जिंदगी सदाबहार मौसम की तरह, प्रकृति की तरह तरोताजा रहती है

तो जीवन को उत्सव की तरह जिए क्योंकि यह जीवन धीरे-धीरे खत्म हो रहा है तो या तो हम शोक मना सकते हैं या तो हर पल को उत्सव की तरह जी सकते हैं। यह हम पर निर्भर करता है कि हम positive हो करके जीवन के बारे में सोचते हैं या Negative हो करके जीवन के विपरीत सोचते हैं अगर हम जीवन को जीना चाहते हैं तो । यकीनन हर कोई जीवन को खुशी से जीना चाहता है तो हर किसी को यही करना चाहिए कि किसी भी कीमत पर जीवन के बारे में हमेशा positive सोचे और जीवन के लिए positive करें क्योंकि यह जीवन खत्म तो हो रहा है लेकिन इसे जी भी आप रहे तो हर पल को जिए और बोरियत नाम की चीज को जीवन से सदा के लिए Bye Bye कर दे क्योंकि जीवन के उत्सव में बोरियत की कोई जगह नहीं है। 

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